भाई की कंपनी खरीदेंगे मुकेश अंबानी!

भारत के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने भाई अनिल अंबानी की दिवाला हो चुकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन्स को खरीदने जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। बैंकों को उम्मीद है कि इससे उनके 23000 करोड़ रुपए वापस आ जाएंगे। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो आरकॉम की टॉवर और फाइबर बिजनस (रिलायंस इंफ्राटेल) को खरीदने के लिए 4700 करोड़ रुपए ऑफर की है। यूवी असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी ने आरकॉम और रिलायंस टेलकॉम के असेट के लिए 14700 करोड़ रुपए की बोली लगाई है। आरकॉम को 4300 करोड़ का बकाया इंडियन और चाइनीज क्रेडिटर्स को प्राथमिकता के आधार पर चुकाना है। मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि एसबीआई बोर्ड ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। रिजॉल्यूशन प्लान को लेकर कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स की बैठक का बुधवार को आखिरी दिन है। आरकॉम पर सिक्यॉर्ड कर्ज 33000 करोड़ का है और लेंडर्स ने 49000 करोड़ का दावा किया है। पिछले दिनों आरकॉम ने अपना असेट बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की थी। इसके लिए अनिल अंबानी ने रिलायंस जियो से भी संपर्क किया था, जिसके मालिक मुकेश अंबानी हैं। हालांकि यह डील कई वजहों से नहीं हो पाई।" alt="" aria-hidden="true" />


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इसी के अनुसार देश में गंभीर सांस रोगियों के 5911 में से 104 सैंपल पॉजीटिव मिले हैं। अध्ययन में इन मरीजों की आयु औसतन 44 से 63 वर्ष के बीच बताई गई है। वहीं 83.3 फीसदी मरीज पुरूष हैं।
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देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अध्ययन में चौंकान्ने वाला खुलासा हुआ है। देश के 21 राज्यों के 52 जिलों में 5911 में से 104 गंभीर सांस रोगी कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। इनमें ज्यादात्तर मरीजों की आयु 50 वर्ष से ऊपर है और पुरूषों की संख्या अधिक है। 104 में से 39.2 फीसदी (40) संक्रमित मरीजों की कोई हिस्ट्री नहीं मिली है। न तो ये विदेश से आने वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आए हैं और न ही संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं। दरअसल मार्च के पहले सप्ताह में कोरोना वायरस को लेकर आईसीएमआर ने अपनी लैब में कुछ रैडम सैंपलिंग की थी, जिसमें एक हजार सैंपल की जांच के बाद एक भी पॉजीटिव केस नहीं मिला था। इसके बाद 20 मार्च को टेस्टिंग प्रक्रिया में बदलाव करते हुए अस्पतालों में भर्ती गंभीर श्वास रोगियों की जांच कराने के निर्देश दिए गए। 15 से 29 फरवरी तक की गई 965 गंभीर सांस रोगियोंं की जांच में से दो मरीज पॉजीटिव मिले लेकिन जब टेस्टिंग प्रक्रिया में बदलाव हुआ तो देश भर के अस्प्तालों में भर्ती 4946 सैंपल की जांच हुई जिसमें से 102 सैंपल पॉजीटिव मिले।
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अध्ययन के अनुसार गुजरात से 792, तमिलनाडू से 577, महाराष्ट 553 और केरल से 502 गंभीर श्वास रोगियों के सैंपल जांचे गए थे।
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